दरअसल कन्याकुमारी जिले में कन्नतुविलई स्थित एक स्कूल की छठी कक्षा की छात्रा ने आरोप लगाये थे। इसके बाद स्कूल प्रशासन और पुलिसकर्मियों के समक्ष आरोप लगाने की उसकी एक वीडियो क्लिप बुधवार को सोशल मीडिया में वायरल हो गई। शुरुआती जांच के बाद शिक्षक को कथित तौर पर निलंबित कर दिया गया। वह छात्रों को सिलाई-कटाई सिखाता है।
छात्रों को बाइबिल पढ़ने के लिए दिया जोर
छात्रा के मुताबिक, शिक्षक ने एक कहानी सुनाने के दौरान हिंदू-देवताओं को शैतान जैसा बताया और ईसा मसीह का महिमामंडन किया। इस दौरान शिक्षक ने छात्रों को बाइबिल पढ़ने के लिए जोर दिया। छात्रों ने जब जवाब दिया कि वे लोग हिंदू हैं और इसके बजाय वे भगवद गीता पढ़ना चाहेंगे, शिक्षक ने कहा कि गीता खराब है और बाइबिल में अच्छे विचार हैं इसलिए उन्हें यह (बाइबिल) पढ़ना चाहिए।
Conversion In MP : एमपी के बैतूल में धर्मांतरण करवा रहे चार लोग गिरफ्तार, सभी को जेल
छात्रों के परिवार ने स्कूल में की शिकायत
छात्रा ने कहा कि ईसाई धर्म का इस तरह का प्रचार कक्षाओं के दौरान किया जाता था। भोजनावकाश के बाद छात्रों को घुटने के बल बैठने और ईसाई धर्म की प्रार्थना करने के लिए भी कहा गया था। बच्चों ने जब इस बात से अपने माता पिता को बताया तो उन्होंने इस विषय को स्कूल प्रशासन के समक्ष उठाया।