नाना पटोले ने कहा कि जिस तरह से एक अग्निपथ योजना केंद्र सरकार लाई है, उसी तरह महाराष्ट्र में एक अग्निपथ केंद्र सरकार ने लाकर खड़ा किया है। कुछ एमएलए और मंत्रियों को ईडी से डराकर शिवसेना में सेंध लगाने का यह काम किया गया है। उसका और अलग से कारण देने की जरूरत नहीं है। गुजरात सरकार और असम की बीजेपी सरकार जिस तरह से शिवसेना के अंदरूनी मामले में आग में घी डालने का काम जो कर रही है वह स्पष्ट है।
एकनाथ शिंदे के पास संख्याबल बहुत बड़ा: पटोले
पटोले ने कहा कि रही बात यह कि ये सब करने के बाद अब जो संख्याबल गुवाहाटी से आपके माध्यम से हम लोग देख रहे हैं तो एकनाथ शिंदे के पास संख्याबल भी तो बहुत बड़ा हो गया है। लेकिन एकनाथ शिंदे के कंधे पर बंदूक रखकर जो गोली चला रही थी, वो गोली चलाने का जब समय आ गया है तो बीजेपी क्यों सामने नहीं आ रही है? इसका मतलब है कि उनके पास कोई संख्याबल नहीं जम रहा है। ये सब दिखावा है और इसकी आग में महाराष्ट्र की जनता की जो अपेक्षा थी उस अपेक्षा को जलाने का पाप बीजेपी कर रही है यह स्पष्ट है।
अगर विपक्ष में बैठना पड़ता है तो हम तैयार: कांग्रेस
महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि शिवसेना और बीजेपी की आपस में लड़ाई हुई और जिस तरह बीजेपी की सरकार गिरी और उसके बाद हमारे नेता सोनिया जी से मिले चाहे शरद पवार जी हों। उसके बाद एक कॉमन मिनिमम प्रोग्राम के आधार पर महाविकास अघाड़ी की सरकार बनी। सरकार जनता के लिए काम करे यह सोच थी। एनसीपी का सवाल था जिसके बारे में शिवसेना के एमएलए ने मुद्दा उठाया कि अजित पवार हमें बहुत तकलीफ देते थे। वही बात हमारे सामने भी आती थी हमारे मंत्रियों के डिपार्टमेंट में पैसे नहीं देना, उनको तकलीफ देना इसी तरह का काम होता था और उसके बारे में हम स्पष्ट कहते थे। अगर विपक्ष में बैठना पड़ता है तो हम उसके लिए तैयार हैं।