दरअसल 8 अप्रैल की दोपहर को महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (एमएसआरटीसी) के कर्मचारियों के एक गुट ने पेडर रोड पर एनसीपी प्रमुख शरद पवार के बंगले के बाहर विरोध प्रदर्शन किया था। कर्मचारियों ने पवार पर उनकी मदद के लिए कुछ नहीं करने का आरोप लगाया था। मुंबई पुलिस ने इस मामले में बाद में वकील गुणरत्न सदावर्ते सहित कई लोगों को गिरफ्तार किया, जिन्होंने हड़ताल पर बैठे श्रमिकों की अगुवाई की थी।
शरद पवार के काफिले की कार का ऐक्सिडेंट, बाल-बाल बचे
डीसीपी का तबादला, एक SI निलंबित
महाराष्ट्र के गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने मंगलवार को कहा कि खुफिया विभाग ने 4 अप्रैल को संबंधित पुलिस अधिकारियों को पवार के घर के बाहर एमएसआरटीसी कार्यकर्ताओं के संभावित विरोध के बारे में एक पत्र भेजा था, लेकिन फिर भी एक ‘चूक’ हुई और पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था नहीं की गई। मंत्री ने कहा था कि चूक की जांच पहले से ही चल रही है, जबकि जोन II के डीसीपी का तबादला कर दिया गया है और गामदेवी पुलिस स्टेशन के एक वरिष्ठ निरीक्षक को निलंबित कर दिया गया है।